19 साल बाद ऐसा संयोग बना जब सावन 59 दिनों का रहा. इस बार अधिकमास के कारण सावन दो महीने का हुआ तो इसमें कुल 8 सोमवार पड़े. सबसे खास और महत्वपूर्ण अंतिम सोमवार 28 अगस्त को आने वाला है.
सावन के अंतिम सोमवार को तीन-तीन सिद्धि योग बन रहे हैं, जिसमें पहला सर्वार्थ सिद्धि योग, दूसरा त्रिपुष्कर योग और तीसरा आयुष्मान योग बन रहा है. बता दें अब तक जितने सोमवार गए हैं, वह तो अपने आप में सिद्ध सोमवार थे ही, परंतु सावन का अंतिम सोमवार यानी 28 अगस्त का सोमवार बहुत ही ज्यादा फलदायी रहने वाला है.
जितनी बार हो सके करें यह मंत्र का जापसावन के अंतिम सोमवार को देव आदि देव महादेव की सेवा सच्चे मन से करते हैं, तो उन्हें संपूर्ण सावन के सोमवार, व्रत, तप, नियम और आसन-पूजन का फल 1 दिन की आराधना से प्राप्त हो सकता है. क्योंकि तीनों योग इस दिन को बली बना रहे हैं. इस दिन जितनी बार हो सके ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें. ऐसा करने से देवों के देव जाते-जाते अपने सावन महीने में आपको पापों से मुक्ति और सभी भंडारों को भरकर जाएंगे.
यह पूजा विधि करें
रुद्राभिषेक: अभी तक आपने भगवान शिव का जल अभिषेक नहीं किया है तो अंतिम सावन सोमवार पर आपको द्रव अभिषेक पंचामृत के साथ करें.विवाह बाधा: आपके विवाह में किसी तरह की बाधा आ रही है तो सावन सोमवार को जल में केसर डाल कर शिव को अर्पित करें.हर क्षेत्र में सफलता के लिए: सावन के आखिरी सोमवार को भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और ओम नमः शिवाय का उच्चारण कर शिवलिंग पर जल अर्पित करें.