छत्तीसगढ़ के दुर्ग संभाग में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण शिवनाथ नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है शिवनाथ नदी के किनारे बसे बस्तियों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. शिवनाथ पर बने महमरा एनीकट से 8 फीट से भी ऊपर पानी बह रहा है.
शिवनाथ नदी में तीन बांधो से लगातार 62 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इस वजह से नदी का जल स्तर और बढ़ेगा और नदी के किनारे बसे गांव बाढ़ में डूब सकते है जिसको देखते हुवे प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया गया है. जल संसाधन विभाग ने नदी का जलस्तर और भी बढ़ने की संभावना व्यक्त की है. शिवनाथ नदी में तीन बैराज में मोगरा जलाशय से 45 हजार क्यूसेक, घुमरिया जलाशय से 45 सौ क्यूसेक और सूखा नाला जलाशय से 12500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसके कारण नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही शिवनाथ नदी एवं महामरा एनीकट में किसी भी प्रकार से अनहोनी को ध्यान में रखते हुए दुर्ग पुलिस द्वारा बल की तैनाती की गई है. महमरा एनीकट मार्ग के दोनों तरफ पुलिस बल तैनात किया गया है. नदी की ओर आने वाले लोगों को रोका जा रहा है. नदी एनीकेट के दोनों ओर पुलिस बेरिकेड्स लगाकर लोगो नदी की ओर जाने रोक रही है उसके बाउजूद लोग नदी के उफान को देखने आ रहे है जिसको देखते हुवे पुलिस को अब सख्ती करना पड़ रहा है.
शिवनाथ नदी में पिछले कुछ दिनों में कई लोगों ने कूदकर जान दी है और कई बड़े हादसे भी हुए हैं. जिससे लोगों की जान चली गई है, लेकिन आप शिवनाथ नदी खतरे के निशान के ऊपर से बह रही है. जिसको देखते हुए नदी के किनारे बसे गांवों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन बाढ़ को लेकर अलर्ट मोड़ पर है. क्योंकि 3 जलाशयों से शिवनाथ नदी में 62000 क्यूसेक पानी थोड़ा गया है जिससे आने वाले समय में शिवनाथ नदी का जलस्तर और बढ़ेगा.