विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में मिली हार के एक दिन बाद भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़कर हलचल मचा दी। विराट कोहली के हाथों में भारतीय टेस्ट टीम की कमान साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच मिली थी। एमएस धोनी अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद बोर्ड को ये फैसला लेना पड़ा था जो सबको चौका दिया
हालांकि इस सीरीज के एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में धोनी के चोटिल होने की वजह से विराट ने कप्तानी की थी और दोनों पारियों में शतक जड़कर ये बता दिया था कि वो टेस्ट टीम की कमान संभालने के लिए तैयार हैं। इसके बाद विराट के हाथ में टेस्ट टीम की कमान आई तो उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और दुनिया के सामने टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी और बल्ले से सफलता की ऐसी लकीर खीच दी कि कई पूर्व दिग्गजों का कद 33 साल के खिलाड़ी के सामने छोटा नजर आने लगा।
ऑस्ट्रेलिया में पहली बार जीती टेस्ट सीरीज
विराट ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 7 साल लंबे कप्तानी करियर में जीत के कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए कि भारतीय टेस्ट इतिहास के अधिकांश रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज हो गए। उन्होंने विश्व क्रिकेट के कई धुरंधर कप्तानों को भी टेस्ट क्रिकेट में चुनौती दी। कोहली की अगुआई में भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची और लगातार टॉप पर बनी हुई है। उनकी कप्तानी में ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया में यादगार श्रृंखला जीती। आईए विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करते हुए बनाए कुछ बड़े रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।
बीसीसीआई ने अपनी रिलीज़ में कहा, ‘विराट कोहली भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे हैं.