
talkwithshirin@raipur cg
इस मौके पर पीएम मोदी गांधीनगर स्थित आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मां के पैर पखारे और उपहार में शाल भेंट की।
“मां, ये सिर्फ एक शब्द नहीं है। जीवन की ये वो भावना होती जिसमें स्नेह, धैर्य, विश्वास, कितना कुछ समाया होता है। दुनिया का कोई भी कोना हो, कोई भी देश हो, हर संतान के मन में सबसे अनमोल स्नेह मां के लिए होता है। मां, सिर्फ हमारा शरीर ही नहीं गढ़ती बल्कि हमारा मन, हमारा व्यक्तित्व, हमारा आत्मविश्वास भी गढ़ती है। और अपनी संतान के लिए ऐसा करते हुए वो खुद को खपा देती है, खुद को भुला देती है।

आज ही के दिन हीराबेन का जन्म 18 जून 1923 को हुआ था। उन्होंने बड़ी मेहनत से अपने छह बच्चों को पाला है। पीएम मोदी के लिए भी मां से बढ़कर कुछ नहीं है। वे वैश्विक मंचों पर भी अपनी मां के संघर्ष को याद करना नहीं भूलते। ऐसा ही कुछ अमेरिका में हुआ था, जब वे मां के संघर्षों को याद कर भावुक हो उठे थे।

आसन नही था सफ़र संघर्ष की हर हद पर कर pm मोदी बनाया अपने बेटे को दूसरों के घरों में कम तक किया
पीएम मोदी की मां हीराबेन ने बड़े संघर्षों से अपनी संतान को पाला है। उन्होंने दूसरों के घरों में काम किया और उनके कपड़े धोए। फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे पिताजी के निधन के बाद मां हमारा गुजारा करने और पेट भरने के लिए दूसरों के घरों में जाकर बर्तन साफ करती थीं और पानी भरती थीं।’ इस दौरान पीएम मोदी ने बताया कि उनकी मां की उम्र 90 साल से अधिक हो गई है। फिर भी वह अपना काम खुद करती हैं। वह पढ़ी लिखी नहीं हैं। उन्हें टीवी पर देखकर देश और दुनिया में घट रही घटनाओं के बारे में पता चलता है।
पीएम मोदी ने मां को गिफ्ट में दी शाल जन्मदिन पर अपनी मां से मुलाकात के दौरान उनकी पूजा अर्चना की।
इस दौरान उन्होंने मां के पैर पखारे हीराबेन के नाम पर सड़क का नामकरण भी किया है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबेन के नाम पर गांधीनगर में एक सड़क का नाम रखा जाएगा। इसकी घोषणा गांधीनगर के मेयर हितेश मकवाना ने की। उन्होंने कहा कि रायसन क्षेत्र में 80 मीटर सड़क का नाम पूज्य हीरा मार्ग रखने का फैसला किया गया है।