सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एलआईसी आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 902 से 949 रुपये प्रति शेयर होगा. एलआईसी अपने पॉलिसी धारकों को 60 रुपये की छूट देगी. वहीं खुदरा निवेशकों और कर्मचारियों को 40 रुपये की छूट दी जाएगी. कंपनी का आईपीओ चार मई को खुलने की उम्मीद है. वहीं इस निर्गम के नौ मई को बंद होने का अनुमान जताया जा रहा है. सरकार ने फरवरी में बीमा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी में अपनी पांच प्रतिशत हिस्सेदारी या 31.6 करोड़ शेयर बेचने की योजना बनाई थी.
सरकार ने इस बारे में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास दस्तावेज भी जमा करा दिए थे. हालांकि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से बाजार में आए उतार-चढ़ाव से आईपीओ की योजना भी प्रभावित हुई. पिछले सप्ताह सरकार ने निर्गम के आकार को पांच प्रतिशत से घटाकर 3.5 प्रतिशत करने का फैसला किया
फरवरी में आया था ड्राफ्ट पेपर एलआईसी ने सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे
जिसमें सरकार ने 31.6 करोड़ यानी 5 फीसदी शेयर बेचने का इरादा जाहिर किया था. इंटरनेशनल फर्म मिलिमैन एडवाइज़र्स ने 30 सितंबर 2021 को एलआईसी की एंबेडेड वैल्यू 5.4 लाख करोड़ रुपये आंकी थी. 6 लाख करोड़ रुपये की मौजूदा वैल्यूएशन इससे करीब 10 फीसदी अधिक है, जबकि पहले कहा जा रहा था कि एलआईसी जैसी कंपनी का वैल्यूएशन एंबेडेड वैल्यू का कम से कम 3 गुना होना चाहिए.
इसी आधार पर तब एलआईसी की वैल्युएशन 16 लाख करोड़ रुपये तक निकाली जा रही थी. भारत सरकार के 65 हजार करोड़ रुपये के मौजूदा विनिवेश लक्ष्य में एलआईसी के आईपीओ का काफी बड़ा योगदान रहने वाला है.