गरियाबंद नक्सल एनकाउंटर में माओवादियों के शव मिलने का सिलसिला जारी है. अब तक कुल 16 नक्सलियों के शव रिकवर हुए हैं.
गरियाबंद: रविवार 19 जनवरी को गरियाबंद में छत्तीसगढ़ ओडिशा की सीमा पर भालूडिग्गी के जंगल में बड़ा नक्सल ऑपरेशन शुरू हुआ. बड़े माओवादी लीडर की सूचना मिलने पर छत्तीसगढ़ और ओडिशा की फोर्स ने इस ऑपरेशन को शुरू किया. सोमवार से बुधवार तक यह ऑपरेशन चलता रहा. ताजा अपडेट के मुताबिक बुधवार को सुरक्षाबलों ने दो और नक्सलियों के शव को बरामद किया है. इसके साथ ही गरियाबंद नक्सल एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों की संख्या 16 तक पहुंच गई है. गरियाबंद के पुलिस अधिकारी ने बुधवार को इस बात की जानकारी मीडिया को दी है.

बुधवार को दो और नक्सलियों के शव बरामद: गरियाबंद के पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार को मुठभेड़ स्थल पर तलाशी के दौरान दो और नक्सलियों के शव मिले हैं. इसके साथ ही इस नक्सल ऑपरेशन में मारे गए नक्सलियों की संख्या 16 हो गई है. इससे पहले मंगलवार को सुरक्षाबलों की टीम ने सर्चिंग के दौरान कुल 14 नक्सलियों के शव बरामद किए थे.

एक करोड़ का इनामी नक्सली हुआ ढेर: रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने 21 जनवरी को गरियाबंद में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने दावा किया कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों का एक टॉप लीडर ढेर हुआ है. मारे गए नक्सली की पहचान रामचंद्र रेड्डी उर्फ जयराम उर्फ चलपति के रूप में हुई है. वह सीपीआई माओवादी विंग के केंद्रीय समिति का सदस्य था.

गरियाबंद एनकाउंटर की पूरी जानकारी: गरियाबंद के एसपी निखिल राखेचा ने बताया कि यह ऑपरेशन 19 जनवरी को शुरू हुआ. सोमवार को छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर संयुक्त अभियान के दौरान दो महिला नक्सलियों को मार गिराया गया. उसके बाद एनकाउंटर वाली जगह से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए. सोमवार देर रात को फिर एनकाउंटर में 12 और नक्सली मारे गए. छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व वन में माओवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर 19 जनवरी की रात को अभियान शुरू किया गया था. यह ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा से महज 5 किलोमीटर दूर है.

