स्कूल शिक्षा विभाग, भारत सरकार द्वारा दिनांक 19 से 22 जून 23 के मध्य महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित G-20 की शिक्षा कार्य समूह बैठक में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता पर केंद्रित जनभागीदारी पखवाड़े की तैयारी हेतु, अपने छत्तीसगढ़ राज्य में भी समग्र शिक्षा राज्य कार्यालय द्वारा दिनांक 8 से 10 जून 23 के मध्य, रूम टू रीड, इंडिया के तकनीकी सहयोग तथा यूएसएआईडी के वित्तीय सहयोग से, तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
अवगत हो कि इस वर्ष G-20 राष्ट्रों की अध्यक्षता भारत द्वारा की जा रही है और भारत सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा, पूरे देश में स्कूली शिक्षा की दिशा और दशा दोनों को ही प्रोत्साहित करने हेतु पुरज़ोर प्रयत्न किए जा रहे हैं। सभी शिखर स्तरीय बैठकों में शिक्षा को केंद्रीय फोकस के रूप में लाने की कोशिश की जा रही है।
देश में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता के प्रयासों को और मज़बूत करने तथा समर्थन देने के उद्देश्य से, भारत सरकार स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षा ने “सुनिश्चित बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता (एफएलएन)” के विषय के साथ G-20 के अन्तर्गत गतिविधियों और कार्यक्रमों की श्रृंखलायें आयोजित कर रहा है।
इसी के अन्तर्गत छात्रों, शिक्षकों, माता-पिता और समुदाय सहित विभिन्न हितधारकों के बीच जागरूकता और गर्व की भावना पैदा करने के लिए देश भर में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ साझेदारी में 1 से 15 जून तक जनभागीदारी कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इन जनभागीदारी कार्यक्रमों के लिए राज्य और जिला स्तर से लेकर ब्लॉक, पंचायत और स्कूल स्तर तक विभिन्न स्तरों पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और एफएलएन संबंधित कार्यशालाओं, प्रदर्शनियों, सेमिनारों और सम्मेलनों का आयोजन हो रहा है ताकि जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सके।
ये जनभागीदारी कार्यक्रम ही दिनांक 19 से 22 जून, 2023 तक, पूना में होने वाले शीर्ष स्तरीय चौथी शिक्षा कार्य समूह (4 वीं एडडब्ल्यूजी) चर्चा का आधार बनेंगे। इस संदर्भ में ये भी बताना ज़रूरी है कि दिनांक 22 जून को इस कार्यक्रम का समापन शिक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक के रूप में होगा।
8 से 10 जून तक चलने वाली इस कार्यशाला में राज्य की 14 स्थानीय भाषाओं में काम करने वाले 28 शिक्षकों के साथ कार्य किया गया। इन तीन दिनों में सहभागियों ने राज्य के प्राथमिक शालाओं में पढ़ने वाले बच्चों हेतु, छत्तीसगढ़ संदर्भित 6 बाल चित्र कहानियों को 14 स्थानीय भाषाओं में अनुवाद के माध्यम से अपनाने का कार्य निष्पादित किया।
इसी के साथ इन्होंने पूर्व-निर्मित 50 स्टोरी कार्ड के अनुवाद संशोधन का कार्य भी किया। समूह से ही शिक्षका श्रीमती शीतल बैस जो कि पुणे में होने वाले सम्मेलन में अपनी भागीदारी दिखायेंगी, उन्होंने ने भी अपने तैयारी पुख़्ता की। तीन दिनों तक रायपुर के होटल ग्रैंड राजपूताना में चलने वाली इस कार्यशाला की अध्यक्षता समग्र शिक्षा के राज्य कार्यालय से डॉ एम सुधीश जी ने तथा संचालन श्री ताराचंद जायसवाल जी ने किया। कार्यशाला की समाप्ति पर सभी संभागियों का ध्यानवाद ज्ञापन रूम टू रीड संस्था के राज्य प्रमुख श्री प्रतीक बनर्जी जी द्वारा किया गया। संस्था के अन्य सदस्यों के रूप में प्रदीप, सीमा तथा रणधीर ने भी अपना सहयोग दिया।