शिवसेना नेता संजय राउत को (ईडी) ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया. इस बीच देर शाम, ईडी के सूत्रों ने दावा किया कि राउत के आवास से 11.5 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद की गई थी. वहीं मुंबई पुलिस ने अलग से रविवार को पात्रा चॉल मामले में ईडी की गवाह स्वप्ना पाटकर को कथित रूप से डराने-धमकाने के लिए सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. प्राथमिकी राउत और पाटकर के बीच कथित बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग पर आधारित है. मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वकोला पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 504, 504 और 509 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पाटकर ने राउत पर उन्हें डराने-धमकाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
इस बीच संजय राउत के भाई सुनिल राउत ने कहा है कि जिस लिफाफे में कैश मिला. उस पर एकनाथ शिंदे का नाम लिखा था. सुनिल राऊत ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 10 लाख रुपयो के बारे में मैने साफ कर दिया है की जिस पैकेट में वो पैसे मिले उस पर अयोध्या के लिए और एकनाथ शिंदे ऐसा लिखा था…मतलब ऐसा कि वो पैसा अयोध्या के लिये था.
राउत की गिरफ्तारी के विरोध
पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, नागपुर और जलगांव में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है. पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ में कइयों को हिरासत में लिया गया है. उद्धव ठाकरे ने पार्टी के पदाधिकारियों और नेताओं की मातोश्री पर एक बैठक बुलाई है.
संजय राउत की गिरफ्तारी पर कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राउत का समर्थन करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘सरकार विपक्ष को दबाना चाहती है. अगर कोई गलत काम हुआ है तो कानून है कानून के हिसाब से कार्यवाही करिए. भाग जाने वाले आदमी तो नहीं है उसके घर जाकर उसको परेशान करते है.’ उन्होंने कहा कि विपक्ष को खत्म करने की बात चल रही है, वो विपक्ष मुक्त संसद चाहते है