(CM Bhupesh Baghel) ने कहा कि राज्य में हरित ऊर्जा के उत्पादन में ग्रामीणों, महिलाओं और युवाओं की बहोत बड़ी भागीदारी होती है महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने आज वो कर दिखाया है जिसकी कल्पना भी नही की जा सकती थी, छत्तीसगढ़ में गाय के गोबर से चप्पल, बिजली,दीया,सम्बरानी कप,लकड़ी,मूर्ति जैसी अनेक उपयोगी वस्तुएं बनाइ जा रही है, गोधन न्याय योजना के तहत किसानों से खरीदे गए गोबर से बिजली पैदा किया जाना अपने आप में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, इन दिनों हर तरफ़ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है
‘गोबर से बना ब्रीफकेस जिसमे cm बघेल और महापौर एजाज़ ढेबर ने बजट पेश किया’
हम आपको जानकारी दे दें, कि
‘बजट ब्रीफकेस’ नगर पालिक निगम रायपुर के गोकुल धाम गोठान में कार्य करने वाली‘ एक पहल’ महिला स्व सहायता समूह की दीदी नोमिन पाल द्वारा बनाया गया था.
ब्रीफकेस को गोबर, चुना पावडर, मैदा लकड़ी एवं ग्वार गम के मिक्चर को परत दर परत लगाकर 10 दिनों की कड़ी मेहनत से तैयार किया गया है. इसमें लगे हैंडल और कार्नर कोंडागांव शहर में समूह द्वारा निर्मित बस्तर आर्ट कारीगर से तैयार करवाया गया है. cm बघेल ने दीदियों से साझा किया की आपके द्वारा बनाये गए इस ब्रीफकेस की चर्चा पूरे देश भर में हो रही है. आपका यह कार्य, मौलिक तो है ही साथ ही हमारे गोधन का भी सम्मान है.
गोबर से बजट ब्रीफकेस बनाने वाली दीदियों को किया सम्मानित कर उनका हौसला बढाया है
दीदियों द्वारा बनाये हुये ब्रीफकेस की चर्चा पुरे देशभर में हो रही
चूँकि प्लास्टिक धीरे-धीरे बैन हो रहा हैं. क्योंकि प्लास्टिक मानव, पशु, और पर्यावरण के लिए बेहद नुकसानदायक है. इसलिए गोबर से बनी हर उपयोगी समान हमारे जीवन में बेह्तर विकल्प साबित हो रहा हैं.
गोबर की ईंट से बनेगा छत्तीसगढ़ महतारी का मंदिर
स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि गोबर से पेंट बनाने के बाद, गोबर की ईंट बनाकर छत्तीसगढ़ महतारी का मंदिर बनाने की भी योजना है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आपके प्रयासों में हम पूरा सहयोग करेंगे. सरकार की ओर से जो भी संभव मदद होगी हम करेंगे