कर्नाटक में जारी हिजाब पर हल्ला बोल विवाद…

हिजाब पर हल्ला बोल विवाद
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किसी ने क्या खूब कहा है, ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं,अगर परिंदे भी हिंदू और मुसलमान हो जाएं

कर्नाटक : में जारी हिजाब विवाद के बीच आज हाई कोर्ट में बड़ी सुनवाई शुरू हो चुकी है. इस समय राज्य के कई स्कूल-कॉलेज में हिजाब को लेकर विवाद चल रहा है, तीन दिनों के लिए सभी हाई स्कूल और कॉलेज बंद, CM ने की है शांति की अपील की है. वर्त्तमान में हुई इस घटना में मुस्लिम छात्राओं को हिजाब में कॉलेजों या महाविद्यालयों में कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जबकि हिजाब के जवाब में हिंदू छात्र भगवा शॉल लेकर शैक्षणिक संस्थान आ रहे हैं. अब ये छोटी सी बात तूल पकडती जा रही है

CM OF KARNATAK

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और महिला अधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने मंगलवार को ट्विटर पर कर्नाटक (Karnataka) में चल रहे हिजाब विवाद (Hijab Controversy) पर अपने डर को साझा किया, जहां मुस्लिम लड़कियों को हिजाब के साथ कक्षाओं में शामिल होने से रोक दिया गया है.

युसुफजई ने कहा कि.. लड़कियों को उनके हिजाब में स्कूल जाने से मना करना भयावह है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कम या ज्यादा पहनने के लिए किसी न किसी तरह से महिलाओं को एक वस्तु की तरह समझना जारी रखा गया है. लड़कियों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के बारे में बोलने के लिए 2012 में पाकिस्तान में तालिबान से गोलियां खाने वाली नोबेल पुरस्कार विजेता ने भारतीय नेताओं से आग्रह किया कि वे मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर जाने से रोकें.

सरकारी आदेश में कहा गया है कि

“कर्नाटक में शिक्षा कानून, 1983 के खंड 133 (2) को लागू किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि एक समान शैली की पाोशाक अनिवार्य रूप से पहनी जानी चाहिए. निजी स्कूल प्रशासन अपनी पसंद के परिधान का चयन कर सकता है. इस बीच, मंगलवार से हिजाब को लेकर यह विवाद पुरे कर्नाटक राज्य में फैल गया. कॉलेज परिसरों में पथराव की घटनाओं के कारण पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जहां ‘टकराव-जैसी’ स्थिति देखने को मिली. दूसरी ओर, सरकार और उच्च न्यायालय ने शांति बनाये रखने की अपील की. अदालत, हिजाब पहनने के छात्राओं के अधिकार के लिए उनकी एक याचिका पर विचार कर रही है. इस मुद्दे के एक बड़े विवाद का रूप धारण कर लेने के बाद, राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में शैक्षणिक संस्थानों में तीन दिनों के अवकाश की घोषणा की.

क्यों न जाते जाते ‘हिजाब’ जैसे मुश्किल शब्द को आसान किये देते हैं

क्या होता है हिजाब…..क्या वाकई ज़रूरी है हिजाब पहनना

हिजाब का आसान मतलब है पर्दा करना, न की किसी व्यक्ति विशेष के लिए पर्दा करना


बुर्का….यानि एक लॉन्ग ब्लैक गाऊन,जिससे शरीर पूरी तरह ढका होता है


दुपट्टा….लड़कियों का एक आम परिधान, जिसे गले में डालकर सुकून और कांफिड़ेंस महसूस होता है


नक़ाब….एक लम्बा स्कार्फ जिससे चेहरा,आँखें और सर ढका होता है


अल-अमीरा….रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दो कपड़ों का सेट होता है. एक कपड़े को टोपी की तरह सिर पर पहना जाता है.

दूसरा कपड़ा थोड़ा बड़ा होता है जिसे सिर पर लपेटकर सीने पर ओढ़ा जाता है.


इतनी विस्तार में बताने की खास वजह यह है की बुर्के का इस्तेमाल किसी भी लड़की के मन और उसके फैसले पर निर्भर करता है वोह ‘हिजाब अपनाये या हटाये’

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