talkwithshirin- 20 जनवरी 2023 को रायपुर में cm भूपेश बघेल ने आज पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुश्री शैलजा कुमारी के साथ राजधानी रायपुर के सेरीखेड़ी स्थित कल्पतरु रूरल इंडस्ट्रियल पार्क पहुंचे। उन्होंने वहां महिला समूहों द्वारा संचालित बेकरी यूनिट, सिलाई यूनिट, नर्सरी, सीएमटीसी, सोलर ड्रायर, सोलर कोल्ड स्टोरेज, हर्बल गुलाल, चाक, फिनायल, सोप और मिक्सचर यूनिट का अवलोकन किया।
- उन्होंने महिलाओं के आग्रह पर उनके साथ सेल्फी भी ली। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
- बेकरी यूनिट में काम कर रही महिलाओं ने बताया कि उनका समूह कोदो, कुटकी और रागी से बिस्कुट और कुकीज बनाने का कार्य कर रहा है।
- मुख्यमंत्री श्री बघेल और सुश्री शैलजा कुमारी ने कोदो से बने बिस्कुट का स्वाद चखा और कुकीज के स्वाद की सराहना की। उन्होंने महिलाओं के आजीविका मूलक कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई भी दी।
सिलाई मशीन की इकाई में काम करने वाली श्रीमती ईश्वरी डहरिया ने बताया कि उनका समूह कपड़ा निर्माण का कार्य करता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से टी शर्ट सिलाई के लिए आवश्यक मशीन की मांग की। उन्होंने बताया कि उनके समूह को इंटर लॉक सिलाई से कपड़े तैयार करने के कुछ आर्डर मिले थे, लेकिन मशीन नहीं होने से हम लोग यह काम नहीं कर सके।
ईश्वरी ने उन्हें बताया कि इस यूनिट में काम कर रही महिलाओं को माह में 7 हजार रुपए की आमदनी होती है। चर्चा के दौरान ईश्वरी ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से बीस बड़ी सिलाई मशीन और इंटर लॉक मशीन की मांग करते हुए कहा कि इससे हम लोगों को काफी सहूलियत होगी।
- मुख्यमंत्री द्वारा मशीन की कीमत पूछने पर उन्होंने बताया कि बड़ी सिलाई मशीन 28 हजार रुपए और इंटर लॉक मशीन 80 हजार रुपए की आती है।
- मुख्यमंत्री ने मौके पर ही इस केंद्र के लिए बीस बड़ी सिलाई मशीन और इंटर लॉक मशीन देने की घोषणा की। महिलाओं ने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।
- इस पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू को निर्देशित किया।
- नर्सरी निर्माण यूनिट की श्रीमती यमुना ध्रुव ने बताया कि वे विगत 5 वर्षों से यहाँ कार्य कर रही हैं। इस इकाई में महिलाएं छोटे पौधे तैयार कर उसका विक्रय निजी नर्सरियों को करती है। जिससे 5 से 6 हजार प्रतिमाह आमदनी होती है।
- लक्ष्य महिला संगठन द्वारा संचालित प्रशिक्षण केंद्र सीएमटीसी इकाई की अध्यक्ष ने बताया कि यहां अब तक 195 प्रशिक्षण सत्र सम्पादित किये जा चुके हैं, जिससे 16 हजार 6 सौ महिलाओं को विभिन्न आयमूलक गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रोजेक्ट में महिलाओं को 30 लाख रुपए का लाभ हुआ है। यहां 40 ट्रेनर प्रशिक्षण देते हैं। महिलाओं ने बताया कि आवासीय प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं के रहने और भोजन की अच्छी व्यवस्था की जाती है।
cm बघेल ने बटन मशरूम को संरक्षित करने के लिए लगाए गए सोलर कोल्ड स्टोरेज यूनिट का निरीक्षण कर उसकी कार्यशैली की जानकारी ली।