आज भारत में लगभग सात दशक बाद चीते फिर से देखे जा सकेंगे।
आखिरी बार यही दिखे थे चीते आज नामीबिया से आठ चीतों को लेकर विशेष विमान मध्य प्रदेश (एमपी) के ग्लावियर पहुंच चुकी है। जहां से उन्हें मध्य प्रदेश कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान ले जाया जाएगा। यह उद्यान लगभग 748 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह वन क्षेत्र छत्तीसगढ़ के कोरिया के साल जंगलों के बहुत करीब है। जहां लगभग 70 साल पहले एशियाई मूल के चीते आखिरी बार दिखे थे।
चीता को पसंद है चीतलचीता एक खूंखार जानवर होने के बावजूद मनुष्य और बड़े पशुओं पर कम ही हमला करते हैं। वे छोटे जानवरों का शिकार करना ज्यादा पसंद करते हैं। कूनो नेशनल पार्क में सबसे ज्यादा चीतल मिलते हैं। जो चीते को स्वभाविक तौर पर पसंद आते है। बता दे कि चीतल, हिरण की प्रजाति का चीता है।