तूफान बिपरजॉय कुछ ही घंटों में टकराएगा गुजरात के तट से, 1 लाख लोगों को किया गया शिफ्ट, 10 बड़ी बातें

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अरब सागर का तो पहला चक्रवाती तूफान है बिपरजॉय, समुद्र में बार-बार तूफान आने का एक बड़ा कारण है ग्लोबल वार्मिंग. IPCC की एक रिपोर्ट में भी बताया गया है कि ग्रीनहाउस गैसों के कारण बढ़ने वाली गर्मी का 93 प्रतिशत समंदर सोख लेते हैं.

पूरी दुनिया में तूफान बिपरजॉय के कहर का दहशत है जानकारी के अनुसार ये टकराएगा गुजरात के तट से, 1 लाख लोगों को किया गया शिफ्ट ताकि उनकी जान को कोई खतरा न हो

तूफानी रफ्तार से चल रहीं हवाएं आने वाले विकराल संकट की आहट दे रही हैं।

चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ को लेकर इस समय देश के देश पश्चिमी तटीय इलाकों में अलर्ट जारी है. तूफान के दौरान दौरान तेज हवाएं व बारिश होने की उम्मीद है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, तूफान से मुंबई, गोवा, पोरबंदर और कराची शहर सहित आसपास के इलाके प्रभावित हो सकते हैं. मौसम विभाग का कहना है कि यह इस साल अरब सागर में आया पहला चक्रवाती तूफान है. आइए आज जानते हैं कि समुद्र में आखिर ऐसा क्या होता है, जो वहां से अक्सर इतने भयंकर तूफान उठकर चलते हैं और फिर धरती पर आकर तबाही मचा देते हैं.

गुजरात के तट से बिपरजॉय टकरा गया है। लैंडफाल शुरू हो गया है। इसे लेकर सभी तरह की तैयारियां कर ली गई हैं।

करीब एक लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर ले जाए गए हैं. 450 से अधिक गांवों में अलर्ट है. गुजरात के 7 जिलों में रेड अलर्ट है. मौसम विभाग के मुताबिक- तूफान बिपरजॉय का लैंडफॉल शाम को 6:00 बजे शुरू होगा और मध्य रात्रि तक चलेगा. 200 किलोमीटर से भी कम दूरी पर है.अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात के बृहस्पतिवार शाम तक गुजरात तट से टकराने और क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों से 1 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया है. प्रशासन ने कच्छ जिले में समुद्र तट से शून्य से 10 किलोमीटर के बीच स्थित लगभग 120 गांवों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया है. कच्छ में सीमा से सटे बाड़मेर के गांवों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी है.

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