‘लोग सोचते है..
ज़िन्दगी की हक़ीक़त को समझना मुश्किल है आप जिस तराजू पर दुसरो को तौलते हैं, उस पर कभी खुद बैठकर देखिये ना… जीवन का सही मायने खुद-ब खुद-समझ आ जायेगा’
यह स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस दुनिया का सबसे बुद्धिमान प्राणी ही, आज धरती को खत्म करने में लगा हुआ है.
मानव सभ्यता को यह समझना होगा कि धरती पर आने वाला प्रत्येक प्राणी को अपने जीवन जीने का हक होता है प्रत्येक धर्म हमें हर व्यक्ति के धर्म का आदर करना सिखाता है, इसलिए जिओ और जीने दो