छत्तीसगढ़ी सिनेमा को दर्शकों का प्यार जिस तरह से मिल रहा है। यकीनन उससे आने वाले समय में सिनेमा निर्माण के लिए एक बेहतर वातावरण बन रहा है।अब यहां कम बजट में भी फिल्में बनाई जा रही हैं, जिससे यहां के फिल्म उद्योग को काफी लाभ हो रहा है। छत्तीसगढ़ के साथ ही अन्य राज्यों के फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को भी यहां से नई उम्मीदें हैं। निर्देशक गोपाल पांडेय की फिल्म ‘मिस्टर आशिक’ की शूटिंग के लिए रायपुर पहुंचे अभिनेता चंदन सिंह और अभिनेत्री सुष्मिता रेग्मी ने इस संबंध में चर्चा में हिस्सा लिया।”
हिन्दी सिनेमा,भोजपुरी के साथ साथ अब छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपनी प्रतिभा दिखा रहे अभिनेता चंदन सिंह उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में फिल्मों के लिए एक अनुकूल वातावरण है। देश के मध्य भाग में स्थित होने के कारण छत्तीसगढ़ का पूरे देश से जुड़ाव है। उन्होंने कहा, “यहां का अपनापन और लोक जीवन हमें सबको जोड़े रखता है। यहां की साझा संस्कृति छत्तीसगढ़ की मजबूत पहचान है।” सिनेमा की सफलता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “सिनेमा की सफलता एक ही सूत्र पर काम करती है – समाज की व्यथा की कथा को कैसे परदे पर दिखाया जाए और दर्शक कैसे उससे जुड़ें।”
नेपाली मूल की अभिनेत्री सुष्मिता रेग्मी ने कई वेबसीरीज और एड फिल्मों में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा चुकी हैं। वह अब फिल्म ‘मिस्टर आशिक’ में लीड अभिनेत्री के रूप में काम कर रही हैं। फिल्म का एक हिस्सा अम्बिकापुर में शूट हो चुका है, जबकि फिल्म के गाने नवा रायपुर में शूट किए जा रहे हैं। अभिनेत्री सुष्मिता रेग्मी ने कहा, “छत्तीसगढ़ में फिल्म निर्माण के लिए उत्कृष्ट लोकेशन हैं, जो यहां के फिल्म उद्योग के लिए एक बेहतर संकेत हैं। हमें विश्वास है कि छत्तीसगढ़ सिनेमा निर्माण का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है।” उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा सुना था कि छत्तीसगढ़िया लोग सबसे अच्छे होते हैं, और अब मुझे वास्तव में यह छत्तीसगढ़ आकर महसूस हुआ है। छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, यहां के किस्से,और कहानियां मुझे बहुत प्रेरित करती हैं।”
उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ की सिनेमा इंडस्ट्री और तेजी से विकसित हो रही है। हमें विश्वास है कि जल्द ही हम महानगरों जैसी सिनेमा से जुड़ी सारी सुविधाएं छत्तीसगढ़ में उपलब्ध करा पाएंगे।” मूलत: छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर के रहने वाले गोपाल पाण्डेय इन दिनों अपनी नई फिल्म ‘मिस्टर आशिक’ के निर्माण में जुटे हुए हैं, जो पारिवारिक जीवन की एक भावपूर्ण कहानी है