आज विश्व ह्रदय यानि दिल दिवस है ..और दिल हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो हमारे सम्पूर्ण शरीर को रक्त की सप्लाई करता है …. एक गीत की पंक्तियाँ हैं दिल का हाल सुने दिल वाला…इन पंक्तियों में हम सबके लिए एक चेतावनी भी है कि , हम अपने दिल का हाल सुनें और अगर दिल में कोई तकलीफ़ हो तो दिल का हाल दिल के डॉक्टर यानी ह्रदय रोग विशेषज्ञ को भी ज़रूर सुनाएँ … दिल को हालांकि रूमानियत से जोड़ा जाता है और दिल पर कितने ही शेर और कवितायेँ लिखी जा चुकी हैं लेकिन अगर दिल की देखभाल दिल लगाकर न की जाए तो दिल भी धोखा दे सकता है …यानी काम करना बंद कर सकता है…दिल के दुश्मन भी हज़ार हैं कहने का मतलब ये है कि हमारा खान-पान , हमारी जीवन शैली , वंशानुगत दोष , जन्मजात दोष , संक्रमण जैसे दिल के अनेक दुश्मन हैं .
हमारा खानपान हमारी अच्छी और ख़राब सेहत का राज़ है …दिल को मज़बूत और स्वस्थ बनाये रखने के लिए ज़रूरी है संतुलित आहार ….अंकुरित अनाज , हरी सब्जियां , कम वसा वाले डेयरी उत्पाद ,फल दिल के दोस्त हैं …बासी, फ्रिज में कई दिनों का रखा भोजन , रोज़ रोज़ का तला हुआ मसालेदार खाना , मोटापा , अधिक मात्रा में नमक , प्रोसेस्ड फूड , शराब , धूम्रपान दिल के दुश्मन हैं . हमारा दिल जन्म से जीवन के अंतिम समय तक एक ईमानदार कामगार की तरह हमारे शरीर में रक्त की सप्लाई बनाये रखने का प्रयास करता है और उसके प्रयास में खानपान की हमारी ख़राब आदतें और अस्त व्यस्त जीवन शैली बाधा डालती है ….हम अपने दिल का हाल सुनें और उसका हाल और हालत ठीक करने के लिए अपनी ख़राब आदतों को बदलेंगे तो दिल ख़ुशहाल हो जाएगा .
दिल की बेहतरी के लिए शारीरिक व्यायाम बहुत लाभदायक है . योग , साइक्लिंग, तैराकी , रस्सीकूद और लम्बी सैर दिल के दिलदार दोस्त हैं तो जब कभी दिल अपना हाल सुनाये यानी अपनी ख़राब सेहत के बारे में कोई संकेत दे तो दिल की बात ज़रूर सुनिए और वो बात दिल के डॉक्टर को भी ज़रूर बताएं .