वर्त्तमान समय में अपराध का आंकड़ा इतनी तेज़ी से बढ़ रहा है जिसका अंदाज़ा लगाना भी आसन नही है । अब ठगी करने वालों को पकडऩा, या किसी और अपराध में लिप्त अपराधी तक पहुंचना वास्तव में पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती का सबब बन गया है।असली ठग पुलिस के लिए एक मुश्किल टास्क की तरह होता जा रहा है। ऐसी ही एक खबर सामने आई जो कि, रायपुर देवेंद्र नगर स्थित करसन चेंबर से सामने आई है जिसमें 2 साल पहले यूथ कंस्ट्रक्शन के नाम पर ऑफिस खोलकर जालसाज युवक ने बेरोजगारों से 10 लाख ठग लिए।
खुद को कांग्रेसी नेता बताकर बेरोजगारों से कहा कि वह मंत्रियों का करीबी है उसने युवाओं को जाल में फंसाने के लिए मंत्रियों के साथ कुछ फोटो दिखा दी जो किसी समारोह में उसने खिंचवाई थी उसने यह भी कहा कि एसपी और डीएसपी उसकी बात मानने से इनकार नहीं कर सकते वह किसी की भी कहीं भी नौकरी लगा सकता है उसकी बातें और तामझाम देखकर करीब आधा दर्जन बेरोजगार युवक झांसे में आ गए हैं पुलिस अफसरों का कहना है कि कुछ और पीड़ित सामने आ सकते हैं पैसे देने के बाद 2 साल तक वह इंतजार करते रहे लेकिन जालसाज युवक हुसैन रिजवी उर्फ़ हसन खान ने किसी की भी नौकरी नहीं लगाई उसके बाद अनिल देवांगन निवासी सुपेला जिला- धमतरी ने उसके खिलाफ देवेंद्र नगर थाना रायपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई पुलिस में एफ .आई .आर दर्ज होने के बाद से भिलाई निवासी हसन खान फरार हो गया पुलिस उसकी तलाश कर रही है प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह छत्तीसगढ़ से ही भाग निकला है ठगी के शिकार युवक अनिल देवांगन ने मीडिया को बताया कि उसने लवकुश देवांगन, रवि सिन्हा, हेमलाल साहू, उमेश ध्रुव को अपने झांसे में लिया दो साल पहले ही किसी ने उसे दो तो किसी ने तीन लाख रुपये दिए आरोपी ने किसी से कहा कि वह उसे पीडब्ल्यूडी में नौकरी लगवा देगा किसी से उसने कहा कि उसे पुलिस में सिपाही बनाएगा सरकारी नौकरी की उम्मीद में बेरोजगार पैसा देते रहे!
शहर में ऑनलाइन ठगी हो या सामने किसी को झांसा देकर उसे लुट लेने की बात, लोग हो बड़े पैमाने पर इसका शिकार हो रहे हैं। शहर में ऑनलाइन,आफलाइन ठगी करने वालों का जाल फैलता जा रहा है।
इससे सावधानी रखने की ज़रूरत है
- पुलिस लोगों को ठगी से बचाने के लिए जागरुकता अभियान चलाती है लेकिन ठग फिर से ठगी का कोई नया तरिका इजाद कर लेते हैं. इसलिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
- अपने खातों से संबंधित जानकारी सांझा न करें।
- पुलिस लोगों को ठगी से बचाने के लिए जागरुकता अभियान चलाती है लेकिन ठग फिर से ठगी का कोई नया तरिका इजाद कर लेते हैं. इसलिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
- अपने खातों से संबंधित जानकारी सांझा न करें।
- कस्टमर केयरके झूठे आश्वासन से खुद को बचाएं ।
- रायपुर के साइबर सेल में अपने साथ हुई हर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराएं। और जांच तक उचित कार्रवाई का इंतजार करें।