हम आपको बता दें कि भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश और धरती के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है जो अब तक पूरी दुनिया में अपने अदम्य साहस का परिचय दे चूका है है. जिस तरह पूरा देश इसका जश्न मना रहा था ठीक उसी तरह शाला मुनगेसर के बच्चों ने भी अपनी शालीनता का परिचय देते हुए अनुशासित. हो कर चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की प्रार्थना की
हम आपको ये भी बता दे कि मिशन मून चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग का पूरा देश जश्न मना रहा है. इस महत्वकांक्षी मिशन की सफलता इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है. 23 अगस्त को जैसे ही चंद्रयान ने चांद की धरती को छुआ तो पूरा हिंदुस्तान खुशी से झूम उठा
Chandrayaan-3 Successfully Landed On Moon
भारत ने विश्व में इतिहास रच दिया है. Chandrayaan-3 ने चांद की सतह पर सफल लैंडिंग कर पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया है. भारत का नाम अब दुनिया के उन चार देशों में जुड़ गया है, जो सॉफ्ट लैंडिंग में एक्सपर्ट हैं. इस सफलता को हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन चुका है.
सारी दुनिया की निगाहें चंद्रयान-3 पर टिकी थीं. इस सफलता के साथ ही भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला पहला देश बन गया है.