
talkwithshirin#प्रतापपुर/सूरजपुर
प्रदेश में स्वामी आत्मानंद स्कूल की शुरूआत सबसे पहले 03 जुलाई 2020 को हुई। इसी वर्ष अलग-अलग शहरों में 52 स्कूल खोले गए। उस समय यहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम थी। फिर भी प्रथम वर्ष में आवेदन की संख्या 20 हजार से अधिक थी। cm बघेल की मंशा थी कि छत्तीसगढ़ में ऐसे शिक्षण संस्थान हो जहां निजी स्कूल जैसी उत्कृष्ट सुविधाएं मुहैया हो, जहां मध्यम और निम्न वर्ग के बच्च पढ़ सके। आइये सरगुजा जिला के प्रतापपुर की लाजवाब व्यवस्था और पिता तुल्य प्राचार्य के.बी.यादव की तमाम कार्यप्रणाली से रू-ब-रू करवाते हैं ।

समय के साथ साथ धीरे-धीरे इस स्कूल की गुणवत्ता की चर्चा होने हो रही है साथ ही यहां आवेदन की संख्या भी तेज़ी से बढ़ती जा रही है । प्रदेश में वर्ष 2022-23 में दो लाख 76 हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। परिस्थितियों को देखते हुए स्कूलों की संख्या भी बढ़ा दी गई।
पालक चाहते थे की ऐसे शिक्षण संस्थान हो जहां निजी स्कूल जैसी उत्कृष्ट सुविधाएं हो, जहां मध्यम और निम्न वर्ग के बच्चे भी आसानी से दाखिला ले सके।आखिरकार आमजन का ये सपना पूरा होने लगा है, जिसका आने वाली अनेक पीढ़ियों को सुखद भविष्य के रूप में इसका लाभ मिलता रहेगा।
V.R.S.PRODUCTION HOUSE के, सर्वे के दौरान प्राचार्य बी.के. यादव जी और पुरे टीचिंग स्टाफ की आत्मीयता, सम्मान, और फ़िक्र के ज़रिये इस स्कूल के भविष्य को कल के आईने में साफ तौर पर देखा जा सकता है

प्रतापपुर के इस लाजवाब CBSC स्कूल में सर्व-सुविधायुक्त लाइब्रेरी, खेल परिसर,आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रैक्टिकल लैब,स्मार्ट क्लास,स्पोर्ट्स ग्राउंड की बेहतरीन व्यवस्था मौजूद है।
इस स्कूल में दोनों पाली में तकरीबन 560 बच्चे ,और 24 शिक्षकगण है हरेक कक्षा में 50 बच्चे है,यहाँ के तीन होनहार बच्चों को इंडिया लेवल पर माडल बनाने की प्रतियोगिता में सम्मानित किया जा चूका है इसीलिए प्रतापपुर के इस स्कूल को EXCELENT स्कूल की श्रेणी में रखा गया है
