रायपुर, 2 फरवरी 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की शहादत को नमन करते हुए कहा कि शहीद कर्नल का पूरा परिवार तीन पीढ़ियों से देश सेवा कर रहा है। पूरे प्रदेश एवं रायगढ़ के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री श्री साय ने उनके पूरे परिवार के बलिदान को नमन किया। वे आज रायगढ़ जिले में शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम परिसर में स्थापित शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा अनावरण कर कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी, कर्नल विप्लव त्रिपाठी के पिता श्री सुभाष त्रिपाठी, माता श्रीमती आशा त्रिपाठी, श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी मौजूद रहे।
रायगढ़ प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी के परिजनों से कहा था कि जब भी आप शहीद कर्नल त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे, मैं जरूर आउंगा।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री आज रायगढ़ में शहीद कर्नल त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि रायगढ़ के इस सपूत की वीरता की कहानियां रगो में जोश भर देती है। शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी देशभक्ति और कर्तव्यपरायणता के मिसाल थे। उन्होंने देश के दुश्मनों का डटकर मुकाबला किया और कर्तव्य पालन में कभी रुके नही, थके नहीं। जब आतंकवादियों ने हमला किया तो आखिरी गोली तक वे दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गए। श्री साय ने कहा कि वे ऐसे जबांज शेर थे जिनका सामना करने में देश के दुश्मन घबराते थे, इसलिए आतंकवादियों ने उन्हें एम्बुस में फंसाकर हमला किया।
उनके शहादत पर रायगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश और प्रदेश को नाज है। मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम के जल्द कायाकल्प करने का आश्वासन दिया।
वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि हर रायगढ़ वासी को गर्व है कि शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी रायगढ़ की धरती पर पैदा हुए। उन्होंने देश-दुनिया के सामने देशभक्ति की नजीर रखी। शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी देवत्व से ऊंचे धरातल को प्राप्त करने वाले व्यक्तित्व हैं। जिन्होंने अपने प्राणों तक का त्याग किया। श्री चौधरी ने कहा कि हमारी वर्तमान पीढ़ी देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद करेगी। वो आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके कार्य हमारी स्मृति में प्रेरणा के रूप में हमेशा मौजूद रहेगी। उन्होंने कहा कि रायगढ़ में शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की स्मृति में अग्निवीर भर्ती कैंप का आयोजन किया जाएगा और अग्निविर भर्ती के प्रशिक्षण की निःशुल्क व्यवस्था की जायेगी।
विरले बलिदानी, जिसने परिवार सहित देश सेवा में किए प्राण न्योछावर
13 नवंबर 2021 को म्यांमार सीमा से लगे विहांग में अलगाववादी समूह द्वारा घात लगाकर किए हमले में अपने जवानों को बचाते हुए अंतिम गोली तक शहीद कर्नल त्रिपाठी ने मुकाबला किया और सर्वाेच्च बलिदान देते हुए अपनी पत्नी अनुजा बेटे अबीर के साथ वीरगति को प्राप्त हुए।