उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए 2021-22 की शेष परीक्षाएं ऑनलाइन मोड़ पर करने के निर्देश दे दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ मिलकर सीएम हाउस जाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी और कॉलेजों की परीक्षाओं को ऑनलाइन कराने की मांग की थी जिस पर अब मुहर लग गई है।
इसी अनुक्रम में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पत्र दिनांक 11 फरवरी 2022 के द्वारा सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को क्षेत्रीय परिस्थिति के आधार पर शिक्षण संस्थान खोलने क्लास रूम का संचालन करने एवं परीक्षाओं का ऑफलाईन / ऑनलाईन / ब्लैण्डेंड मोड में आयोजन संबंधी बिन्दुओं पर निर्णय लिये जाने हेतु अधिकृत किया गया है। कोविड 19 संक्रमण की द्वितीय एवं तृतीय लहर के परिणाम स्वरूप राज्य में शिक्षा सत्र 2021-22 का अध्यापन कार्य विलम्ब से प्रारंभ हुआ था, जिसके परिणाम स्वरूप पाठ्यक्रम विलम्ब से पूर्ण होकर परीक्षाएं भी विलम्ब से ही आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।
वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन सामान्यतः 50 से 60 दिन में पूर्ण होता है इतनी लम्बी अवधि तक Covid appropriate व्यवस्था करना परीक्षा केन्द्रों के लिए बड़ी चुनौती है इस दिशा में इसीलिए सुरक्षा के मददेनज़र ये फैसला लिया गया है।छोटी सी चूक के गंभीर परिणाम हो सकते है। इसे देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्राप्त सुझावों में ऑनलाईन / ब्लैण्डेड मोड पर तरजीह दी गई है
विश्वविद्यालयों द्वारा आगामी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
वर्ष 2021-22 की शेष परीक्षा ऑनलाईन / ब्लैण्डेड मोड में आयोजित करने का निर्देश दिया जाता है।