दशहरे के पर्व को विजयादशमी भी कहा जाता है, इसे जश्न का त्यौहार कहते हैं. आज के वक्त में यह बुराई पर अच्छाई की जीत का ही प्रतीक हैं. बुराई किसी भी रूप में हो सकती हैं जैसे क्रोध, असत्य, बैर,इर्षा, दुःख, आलस्य आदि. किसी भी आतंरिक बुराई को ख़त्म करना भी एक आत्म विजय हैं जिससे हम अपनी सभी इन्द्रियों पर राज कर सके.
इसी बात को धयान में रखते हुए राजधानी रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी मैदान में विगत 52 सालों से ऐतिहासिक दशहरा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस ऐतिहासिक आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित होते हैं. इस आयोजन को लेकर अंचल में विशेष उत्साह रहता है. लाखों की संख्या में अंचलवासी रावण वध देखने इस मैदान में एकत्र होते हैं. प्रसिद्ध टीवी सीरियल रामायण के भगवान राम और सीता की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया भी इस आयोजन में शामिल रहेंगे.
आयोजन समिति की तरफ से शोभायात्रा, आकर्षक आतिशबाजी के साथ पूरे आयोजन को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है. माता कौशल्या की जन्म स्थली और भगवान श्रीराम के ननिहाल व राम वन गमन पथ के रूप में प्रतिष्ठित छत्तीसगढ़ में विजयादशमी पर्व के लिए विशेष उत्साह रहता है.
डब्ल्यूआरएस कॉलोनी मैदान में इस साल भी आयोजन की तैयारियां की जा रही हैं. इसके अंतर्गत रावण, मेघनाथ व कुंभकर्ण के विशाल पुतलों का निर्माण शुरू हो गया है. शनिवार को रायपुर कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में विजयदशमी पर्व पर आयोजित होने वाले ऐतिहासिक दशहरा उत्सव के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया. छग गृह निर्माण मंडल और दशहरा समिति के अध्यक्ष विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, एसएसपी प्रशांत अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी सहित आयोजन समिति के पदाधिकारी इस दौरान मौजूद रहे.