राज्यपाल सुश्री उइके ने डी.जी. श्री सिंह से प्रदेश में एनसीसी द्वारा संचालित गतिविधियों एवं उसके विस्तार के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। राज्यपाल ने अपने छात्र जीवन में एनसीसी और एनएसएस के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि युवाओं को उससे प्रेरणा मिलती है और वे सेना के अंग बनकर देश सेवा की ओर आगे बढ़ते हैं। एनसीसी, एनएसएस और स्काउट गाइड जीवन में अनुशासन सिखाता है और राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों के निर्वहन करने की चेतना को जागृत करता है।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि बतौर नागरिक देश के प्रति हमारे कुछ कर्तव्य भी हैं। एनसीसी के माध्यम से युवावस्था में ही इन दायित्वों के बारे में सिखाया जाए ताकि यह उनके व्यवहार में शामिल हो जाए। उन्होंने स्कूली पाठ्यक्रम में भी एनसीसी को शामिल करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना का विकास होगा और वे देश सेवा के कार्य हेतु प्रोत्साहित होंगे।
डी.जी. श्री सिंह ने अपने आगामी बस्तर प्रवास की जानकारी देने पर राज्यपाल सुश्री उइके ने उन्हें बताया कि बस्तर के युवाओं में नैसर्गिक क्षमता है। एनसीसी के माध्यम से उनकी क्षमता का सदुपयोग करते हुए उन्हें सेना में शामिल होने के लिए प्रशिक्षण दिया जाए। इससे युवा अपनी ऊर्जा का देश हित में उपयोग कर पाएंगे और बस्तर में शांति स्थापित करने की दिशा में भी यह महत्वपूर्ण होगा। युवाओं को दिग्भ्रमित कर माओवाद की तरफ ले जाने के प्रयास निरर्थक हो जाएंगे।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ निदेशालय एन.सी.सी. भोपाल ब्रिगेडियर राजीव गौतम एवं एन.सी.सी. रायपुर के प्रभारी अधिकारी ब्रिगेडियर ए.के. दास उपस्थित थे