अगर हम चाहते हैं कि हमारा समाज और देश स्वस्थ रहे, तो हमें स्वास्थ्य के प्रति सजग और गंभीर रहना बेहद ज़रूरी है,जिसके लिए स्वास्थ्य और स्वच्छता हमारी दैनिक जीवन की सबसे जरूरी हिस्सा माना जाता है
इसी के मददेनज़र बीजापुर जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में जगरगुंडा मार्ग पर स्थित पुसवाड़ा ग्राम में मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया. कैंप में आस-पास के करीब दर्जनों गांव से करीब 250 महिला, पुरुष व बच्चों ने स्वास्थ्य लाभ लिया. 74 वाहिनी के डॉक्टर बीसी यादव ने मेडिकल कैंप में लोगों की जांच करते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए उचित सलाह दिया एवं दवाई का वितरण भी निःशुल्क किया. जानकारी के अनुसार मंगलवार को उसूर का साप्ताहिक बाजार लगता है जिसमें दैनिक चीजों की खरीददारी व बिक्री करने के लिए दूर दराज के ग्रामीण आते है। इसी को देखते हुए आज गलगम में मेडिकल कैम्प को प्राथमिकता डी गई । जिससे कि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सके। इसी कार्यक्रम के तहत 229 वाहिनी के अधिकारियों और जवानों ने इटागुड़ा गांव में सोलर लाईट व रेडियो का वितरण किया
- इस गांव में बिजली न होने के कारण रात्रि में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है
- बटालियन के डॉक्टरों द्वारा सिविल पब्लिक का इलाज करने के साथ दवाइयों का भी वितरण किया गया।
- इन दोनों कार्यक्रम में 800 से भी ज्यादा ग्रामीण मौजूद थे।
- इस कार्यक्रम में उप महानिरीक्षक कोमल सिंह, 229 वाहिनी के कमाडेंट पुष्पेंद्र कुमार,द्वितीय कमान अधिकारी किशोर कुमार, उप कमाडेंट राजशेखर राउत, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ परेश गोटपगार,चिकित्सा अधिकारी डॉ शरथ.एम एवं गांव के लोग उपस्थित रहे
मेडिकल कैंप के आयोजन के दौरान मौजूद 74 वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी कुमम सोनी ने लोगों को सलाह दिया कि अधिकतर जानलेवा बीमारियों का जन्म गंदगी से होता है. जिससे हमें बचने के लिए ग्राम की साफ-सफाई के लिए विशेष ध्यानदेना होगा. गंदे पानी का उपयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए और ना ही उससे नहाना चाहिए. अगर अपने घर गाँव को साफ सुथरा रखेंगे तो बीमारियों से भी बचेंगे और खास तौर पर शौच खुले में ना जाए. अगर जाना भी पड़े तो खुला ना छोड़े. उसे गढ्ढे में मिट्टी से ढक दें, ताकि उसकी गंदगी ना फैले.
किसी में कोई कमी दिखाई दे
तो उससे बात कर उसका हल निकालें, लेकिन हर किसी में कमी दिखाई दे
तो खुद से बात करें….