बस्तर पुलिस का बेहतरीन जागरूकता अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में मानव तस्करी की रोकथाम…

Spread the love

छत्तीसगढ़ जगदलपुर मानव तस्करी की रोकथाम हेतु आज मानव तस्करी निरोधक इकाई द्वारा ग्राम लोहण्डीगुड़ा के साप्ताहिक बाजार स्थल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें मानव तस्करी के संबंध में ग्रामीणों को जानकारी दी गई एवं मानव तस्करी अपराध पर दंड इत्यादि के प्रावधान के बारे में बताया गया

साथ ही यह भी बताया गया कि अपने बच्चों को किसी अजनबी के साथ जाने से रोके एवं अनजान व्यक्ति से कोई भी चीज ग्रहण न करने दें। बताया गया की ग्रामीण क्षेत्र से लोग काम करने के लिए दूरस्थ राज्यों में जाकर दलाल के झांसे में आकर फँस जाते हैं तथा घर वापसी में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है अतः इस संबंध में भी ग्रामीणों को निर्देश दिए गए कि जब भी बाहर कार्य करने जाएं तो उस जगह का नाम पता व एजेंट का पूरा पता ,ग्राम के सरपंच सचिव एवं अपने थाना में जरूर दर्ज करवाएं ।

जगदलपुर की डीसीपी ललिता मैहर की कार्यशैली से जनता खुश मिल रही दुआएं

इस कार्यक्रम में लोगों को नशा करने से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी बताया गया और नशा ना करने हेतु लोगों को प्रोत्साहित किया गया उपरोक्त कार्यक्रम में सरपंच श्रीमती मनीता मण्डावी, सचिव रमेश ठाकुर, ग्राम के अध्यापक सुरेश खापडे, तथा बाजार का दिन होने से लोहण्डीगुड़ा के साथ साथ आसपास के कई गाँवों से पधारे गणमान्य नागरिक इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। अंत मे ग्रामीणों के द्वारा बस्तर पुलिस को यह आश्वासन दिया गया कि इस प्रकार की कोई घटना होने पर वे तत्काल इसकी सूचना बस्तर पुलिस को देंगे।

आइये एक नज़र डालते हैं तस्करी में वृद्धि के कारण पर.

स्करी के जोखिम का सामना कर रहे व्यक्तियों की बढ़ती संख्या, अवैध तस्करीकर्त्ताओं की प्रतिस्पर्द्धी संकटों का लाभ उठाने की क्षमता और महामारी पर प्रतिक्रिया प्रयासों के लिये संसाधनों के विपथन/डायवर्जन आदि का सम्मिलन मानव तस्करी के फलने-फूलने एवं विकसित होने के लिये एक आदर्श वातावरण के रूप में परिणत हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *