तकरीबन 198 संकुलों में इस बैठक का आयोजन हुआ ।पालकों में उनके बच्चों एवं विद्यालय की संपूर्ण गतिविधियों के संबंध में जागरूकता लाने ओैर शिक्षकों-पालकों के मध्य समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से शासन द्वारा यह मेगा बैठक आयोजित किया गया जो काफी सफल रहा ।
बैठक में उपस्थित पालकों को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने उनके बच्चों के बारे बात की तो पालकों ने अपने बच्चों के विषय में खुलकर बात की। एक पालक ने अपनी बेटी के विषय में स्वरचित एक मुक्तक भी सुनाया। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों के मन में एक संकल्प एक उद्देश्य होना चाहिए जब तक यह नही होगा तब तक बच्चा लक्ष्य निर्धारित नही कर पायेगा और जब तक लक्ष्य निर्धारित नही होगा तब तक जीवन में अनुशासन नही आयेगा। शिक्षकों को भी हफ्ते या 15 दिन में कम से कम एक बार कैरियर गाइडेंस की क्लास लेनी चाहिए।
मौजूदा समय के मद्देनज़र बच्चा स्कूल में क्या सीखा,आज क्या क्या पढ़ाई हुई उसके दोस्त कौन-कौन है यह ध्यान देना हम सबकी प्राथमिकता है। कार्यक्रम को नगर निगम कमिश्नर, सीईओ जिला पंचायत एवं सीएसपी पूजा कुमार ने भी सम्बोधित किया।
बैठक के इस आयोजन में विशेष कर, बस्ता रहित शनिवार, विद्यार्थियों की आयु/कक्षा अनुरूप स्वास्थ्य परीक्षण एवं पोषण की जानकारी, जाति/आय/निवास प्रमाण पत्र, नेवता भोजन, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं/छात्रवृत्ति एवं विभागीय योजनाओं की जानकारी पर चर्चा तथा विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से शिक्षा हेतु पालकों एवं छात्रों को अवगत कराना आदि शामिल रहा।
कलेक्टर सहित मौजूद आला प्रशासनिक अधिकारियों ने बच्चों को अपने हाथों से भोजन परोसा। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला सरकंडा स्कूल में आयोजित मेगा पालक शिक्षक बैठक में शिक्षा विभाग की ओर से डीएमसी समग्र शिक्षा, श्रीमती अनुपमा राजवाड़े, एपीसी जुंजानी, प्रयास विद्यालय के प्राचार्य श्री जी वाय अश्वनी, संकुल प्राचार्य श्रीमती गायत्री तिवारी, यूआरसी बिलासपुर श्री वासुदेव पाण्डेय शामिल रहे।