talkwithshirin update news 01.50 pm 14.06.2022
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बोरवेल में फंसे राहुल को बाहर लाने के लिए स्वयं पल -पल की जानकारी ले रहे हैं
बोरवेल वाले जगह की घेराबंदी कर लोगों को हटाया गया। एनडीआरएफ ने ऊपर में भी रेस्क्यू के काम को प्रारंभ किया।
बोरवेल तक लगभग 1 मीटर की दूरी ही रह गई है। ऊपर कम्पन हो रहा है एनडीआरएफ रस्सी लेकर रेस्कयू कर रहा, राहुल की गतिविधियों को कैमरे में से देखा जा रहा है
आसपास की भीड़ हटाने पुलिस फोर्स लगाकर बेरिकेडिंग की गई।
सभी गांववासियों को अपने घरों के बोर चालू करने के निर्देश दिए गए BSP और Balco से भी रेस्कयू टीम राहत और बचाव के लिए आई हुई है रेस्कयू स्थल पर मेडिकल स्टाफ पूरी तैयारी के साथ अलर्ट मोड पर है। ऑक्सीजन, मास्क के साथ स्ट्रेचर की है व्यवस्था। एम्बुलेंस भी तैयार है। मेडिकल स्टाफ की कोशिश होगी जब राहुल को बाहर निकाला जाएगा तो स्वास्थ्य जांच करते हुए एम्बुलेंस में ही सम्पूर्ण चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए अपोलो अस्पताल बिलासपुर तक सुरक्षित पहुचाया जाए। पिहरीद. राहुल तक पहुंचने के लिए टनल से मिट्टी हटाइ गयी । लाईट की व्यवस्था कर आगे खुदाई पुनः प्रारंभ
एम्बुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर तैयार पुलिस की सुरक्षा में 108 में ले जाया जाएगा
भारी मशक्कत के बाद बड़ी-बड़ी पोकलेन मशीनों,जेसीबी से गड्ढा किया गया।
गुजरात से रोबोट बुलाकर भी निकालने की कोशिशें जारी रही।
लेकिन इसके साथ ही बोरवेल में उसका मनोबल बढ़ाने और खाद्य सामग्रियां पहुचाकर बाहर निकालने की जुगत अब भी लगाई जा रही है।
और जिला प्रशासन को भी राहुल को सकुशल बाहर निकालने के निर्देश दिए हुए हैं। उन्होंने राहुल के परिजनों से भी बात कर ढांढस बंधाया है। अब सभी चाहते हैं कि राहुल सकुशल बाहर आ जाए। कलेक्टर ने अंतिम दौर का रेस्क्यू अभियान भी बीती रात से शुरू कराया है। अभियान सही दिशा में चल भी रहा है। सुरंग बनाकर राहुल तक पहुँचने टीम लगी भी है,लेकिन राह में आया चट्टान कुछ समय के लिए अभियान की गति को धीमी कर गया। बहुत ही रिस्की क्षेत्र होने और कम्पन से राहुल के प्रभावित होने की आशंकाओं की वजह से चट्टान को तोड़ने भारी भरकम मशीन नहीं लगाई गई है, लेकिन फिर भी एक अन्य ड्रिलिंग मशीन मंगाकर राहुल को बचाने टीम जोर शोर से सक्रिय हो गई है। राहुल को बचाने के लिए हर सम्भव कोशिश हो रही है। लेकिन यह भी सच है कि हजारों बार कोशिश कर चुके टीम के सदस्यों की बातें काश राहुल यदि ठीक से समझ पाता तो यह राहुल कब का बाहर आकर अपने भाइयों के साथ खेलता-कूदता रहता…वह संघर्ष नहीं कर रहा होता..