(Chhattisgarh Tourism) में पर्यटन की असीम संभावनाएं है। यहां जंगल, पहाड़, नदी, जलाशय और एतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के अनेक दर्शनीय स्थल है जो वर्त्तमान स्तिथि में धीरे धीरे ही सही, पूरी दुनिया में मशहूर हो रहा है ।
छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए
वेलनेस टूरिज्म, वाटर टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, एग्रो टूरिज्म और फिल्म टूरिज्म को शामिल किया गया है। ऐसे कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं जिन्हें विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर संभव प्रयास किया
बलौदाबाजार। जिला मुख्यालय के समीप स्थित सोनबरसा नेचर ट्रेल पर्यटकों के लिए फिर एक बार शुरू करनें के निर्देश वन विभाग को कलेक्टर डोमन सिंह ने दिए है।
सोनबरसा नेचर सफारी के नाम से भी जाना जाता है
जिला मुख्यालय से महज 3 किमी दूर ग्राम पंचायत लटुआ स्थित सोनबरसा रिजर्व फॉरेस्ट को नेचर सफारी के रुप में विकसित किया गया है ।
इसमें डियर पार्क भी स्थित है । इस जंगल सफारी में लोगों को जिप्सी से भ्रमण करने की सुविधा है ।
यहॉ पर साइकिलिंग का मजा भी लिया जाअ सकता है । बच्चों के मनोरंजन के साथ ही पिकनिक मनाने की भी अच्छी जगह वन विभाग बनाई गई है ।
पिछले 2 सालों से बंद पड़े सोनबरसा नेचर ट्रेल पर्यटकों के नज़रिए से लिए होगा पुनः प्रारंभ होगा
पर्यटकों के सुविधा के लिए, कैंटीन,गार्डन,झूला,फ़िश एक्वेरियम एवं बच्चों के लिए टैन्टिंग और गार्डन की खास वयवस्था होगी जिससे अधिक से अधिक लोग इस स्थान पर सपरिवार आकर अपना समय व्यतीत कर सकतें है। शहर से बहुत नजदीक स्थित होने पर पर्यटन अधिक से अधिक यहां पहुँच सकतें है। लोग छुट्टियों के दिनों में बच्चों को के साथ ऐसे स्थान पर आना बेहद पसंद करते है।
यहाँ खास आकर्षण का विषय रहेगा फ़िश एक्वेरियम-मत्स्य पालन विभाग द्वारा बनाया गया लेक ।
निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर महेश राजपूत,श्यामा पटेल सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।
सोनबरसा नेचर ट्रेल पर्यटन स्थल आने का आसन तरीका