वायरस ने देश में भयावह रूप ले लिया है। वायरस ने 15 राज्यों के 251 जिलों तक पैर पसार कर 20.56 लाख से ज्यादा गोवंश को चपेट में ले लिया है। करीब एक लाख गायों की मौत हो चुकी है।राजस्थान में सर्वाधिक 13.99 लाख से ज्यादा गाय संक्रमित हैं और 64 हजार से अधिक की मौत हो चुकी है। इसका सीधा असर पशुपालकों व किसानों पर पड़ रहा है।
रिंग वैक्सीनेशन कारगर लंपी वायरस के इलाज में ‘रिंग वैक्सीनेशन’ कारगर साबित हो रहा है। इसके तहत लंपी संक्रमित गाय वाले गांव के 5 किमी के दायरे में समस्त पशुओं का टीकाकरण किया जाता है। राहत: इलाज से 95 फीसदी तक हो रहे ठीक भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली के संयुक्त निदेशक केपी सिंह ने कहा, वायरस के संक्रमण से औसत मृत्युदर लगभग 5 प्रतिशत है। कुछ जगह 10 फीसदी की सूचना है। लेकिन, इस बीमारी का लक्षण के आधार पर इलाज होने पर 90 से 95 प्रतिशत पशु ठीक हो जा रहे हैं।
बकरियों को लगाया जाने वाला गोटपॉक्स टीका लंपी वायरस के खिलाफ शत-प्रतिशत कारगर पाया गया है। राज्यों को 1,38,58000 टीके की खुराकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। 1.47 करोड़ खुराकें अभी उपलब्ध हैं। चार करोड़ खुराकें अक्तूबर में भेजेंगे। -डॉ. संजीव बालियान, केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन व डेयरी राज्यमंत्री