आज राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में दो दिवसीय कलेक्टर व एसपी कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि सभी जिलों के कलेक्टर व एसपी कानून व्यवस्था पर कड़ी नजर रखें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि विजिबल पुलिसिंग नजर आनी चाहिए और अपराधों की रोकथाम करते हुए केवल छोटे स्तर पर कार्यवाही न करें और आँकड़े न देकर ठोस कार्ययोजना को अंजाम दे।
कांफ्रेंस की शुरूआत में छत्तीसगढ़ के डीजीपी श्री अशोक जुनेजा ने राज्य में अपराध की स्थिति पर मुख्यमंत्री को जानकारी दी। श्री जुनेजा ने चिटफंड कंपनियों पर की गई कार्रवाई के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी। गौरतलब है कि निवेशकों को चिटफण्ड राशि की वापसी मुख्यमंत्री श्री बघेल की सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। हालांकि चिटफंड के मामलों में धीमी कार्रवाई पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नाराजगी जतायी और चिटफंड कंपनियों पर तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि चिटफंड कंपनियों की अन्य प्रदेशों में संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई करें और कोर्ट के माध्यम से ऐसे मामलों में शीघ्र कुर्की कराएं। गौरतलब है कि राज्य सरकार के प्रयासों से चिटफंड कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए निवेशकों की लगभग 40 करोड़ रूपए की राशि लौटाई जा चुकी है।
साथ ही ये भी कहा कि राज्य के भीतर एवं पड़ोसी राज्यों से आने वाले नशीले पदार्थों पर कड़ी निगरानी रखें और इनकी तस्करी को जड़ से खत्म करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे के नेटवर्क को जड़ से ख़त्म करने के लिए पुलिस सख्त कार्रवाई करे और इसके लिए पड़ोसी राज्यों से भी हर स्तर पर जरूरी समन्वय करें। मुख्यमंत्री ने ये भी निर्देश दिए कि वो ऐसे मामलों के सोर्स तक पहुँचकर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें तथा नशे के सेवन से घटित हिंसात्मक घटनाओं में केवल तात्कालिक कार्यवाही न करें बल्कि नशे की जड़ तक पहुँचें।
उन्होने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए कि ऐसी घटनाएं बिल्कुल भी ना हों और अपराधियों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं। कांफ्रेंस में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, डीजीपी श्री अशोक जुनेजा, संभाग कमिश्नर एवं आईजी पुलिस व सभी जिलों के कलेक्टर एवं एसपी उपस्थित हैं।