‘कका अभी जिंदा हे’ आखिर क्यों एक बार फिर गूंजा शोर..

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हम आपको जानकारी दे दें की दें कि विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा में फीस माफी की मांग को लेकर बीते मंगलवार को ही एनएसयूआई के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात की थी. इसके बाद सीएम बघेल ने फौरन परीक्षा शुक्ल माफ करन की घोषणा कर दी थी. सीएम के इस फैसले से छात्र-छात्राएं बेहद खुश हैं. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा का कहना है कि सरकार के इस फैसले से गरीब तबके के छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी. वहीं अन्य छात्रों का कहना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए फीस माफ करने का फैसला बहुत अच्छा है.

पीएससी और व्यापम की परीक्षा देने वालों की भी फीस कर चुकी है माफ सरकार

अभ्यार्थी का कहना है कि पहले परीक्षा शुल्क के लिए पैसे ना होने की वजह से कई से अभ्यर्थियों को दिक्कत होती थी, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा परीक्षा शुल्क माफ कर दिए जाने से अब छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. बता दें कि बस्तर और सरगुजा में विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा तृतीय और चतुर्थ श्रेणी पद के लिए परीक्षा आयोजित होती है. गौरतलब है कि इस साल 2022-23 में प्रस्तुत किये गये बजट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ पीएससी और व्यापम की प्रतियोगी परीक्षा देने वाले स्थानीय अभ्यर्थियों की भी फीस माफ की है और अब यही फैसला विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड के लिए भी लिया गया है.

  • कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड (Junior Staff Selection Board) द्वारा किसी भी भर्ती परीक्षा में स्थानीय अभ्यर्थियों से कोई फीस नहीं ली जाएगी.
  • सीएम भूपेश बघेल के इस ऐलान के बाद से परीक्षार्थी काफी खुश हैं.
  • इसी खुशी में प्रतियोगी परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने फिल्म टाइगर अभी जिंदा है के तर्ज पर छत्तीसगढ़ी भाषा में ‘कका अभी जिंदा हे’ के खूब नारे लगाये है.
  • अभ्यार्थियों का कहना है कि हम में से ऐसे बहुत से छात्र हैं जिन्हे ने विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा के आवेदन से पहले अपनी जेब देखनी पड़ती थी लेकिन अब परीक्षा आवेदन में कोई शुल्क न जमा होने पर काफी राहत मिलेगी.
  • NSUI के कार्यकर्ताओं ने की थी सीएम से मुलाकात

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