भोपाल Bhopal) से मंडीदीप Mandideep) जाने वाली नेशनल हाईवे-12 का एक हिस्सा धंस जाने की घटना को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लेते हुए बड़ी कार्रवाई की है। कलियासोत नदी पर बने पुल की एप्रोच सर्विस रोड का 40 मीटर का हिस्से के धंस गया था। इस मामले में सरकार ने मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के प्रबंधक एसपी दुबे को सस्पेंड कर दिया है, वहीं तत्कालीन जिला प्रबंधक पवन अरोड़ा और डीके जैन के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए हैं। वहीं निर्माण एजेंसी सीडीएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली और इसके अथॉरिटी इंजीनियर थीम इंजीनियरिंग सर्विस को ब्लैक लिस्ट करते हुए दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।
इंजीनियर सस्पेंड, निर्माण कंपनी ब्लैक लिस्टेड
ऐसे में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते 24 जुलाई की रात कलियासोत बांध के गेट खोले जाने के चलते पानी के तेज बहाव के कारण कलियासोत नदी पर बने पुल की एप्रोच सर्विस रोड के किनारे बनाई गई लगभग 40 मीटर लंबी रिटेनिंग वॉल गिर गई जिससे एक तरफ की सर्विस लेन पर कटाव हो गया। मामले में कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई लेकिन सरकार पर कई सवाल खड़े हुए जिसके चलते सरकार ने आनन-फानन में इंजीनियर को निलंबित करते हुए कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने किया निरीक्षण
पुल धंसने की खबर के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग और परिवहन मंत्रालय भारत सरकार के रिजनल ऑफिसर के साथ मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक और वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इन अधिकारियों की अनुशंसा पर आठ लेन में से 4 लेन की सड़क को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया और बाकी के चार लेन में आवागमन शुरू किया गया।
मरम्मत का पूरा खर्च ठेकेदार से वसूला जाएगा
मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम ने पानी का बहाव तेज होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से लगभग 25 हजार बोरियों से रेत भरकर कटाव स्थल की पिचिंग का काम शुरू कर दिया है जिससे और अधिक नुकसान से बचा जा सके। यथास्थिति बहाल करने में करीब 4 महीने का समय लगने की संभावना है जिसका पूरा खर्चा ठेकेदार को उठाना होगा। वहीं इस मामले में IIT रुड़की के दो इंजीनियर पूरे निर्माण कार्य और उसकी गुणवत्ता और डिजाइन की जानकारी लेकर विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगे।